जयपुर। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की रीलीज की तारीख भले ही बढ़ा दी गई हो लेकिन उसको लेकर शुरू हुआ अभी तक थम नहीं रहा है। मध्यप्रदेश सरकार ने फिल्म को सेंसर बोर्ड से पास होने के बावजूद राज्य में न दिखाने की बात कही है। उसके बाद अब राजस्थान सरकार ने भी आवश्यक बदलाव के बिना प्रदेश में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दिया है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्पष्ट किया है कि जब तक केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को 18 नवंबर 2017 को लिखे गए पत्र में दिए गए सुझावों पर अमल नहीं हो जाता तब तक पद्ममावती को राजस्थान में नहीं दिखाया जाएगा। उक्त पत्र में सीएन ने सुझाव दिया था कि इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों के द्वारा यह सुनिश्चित कर ली जाए कि फिल्म में दिखाये गए सीन राजपुत समाज को आहत नहीं करते हो।
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में फिल्म पद्मावती पर बैन को लेकर आज प्रदेश सचिवालय में बैठक हुई। बैठक में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के साथ ही प्रमुख गृह सचिव दीपक उप्रेती, डीजीपी अजित सिंह भी मौजूद थे।
पको बता दें कि फिल्म को लेकर करणी सेना ने सबसे पहले आपत्ति जताई थी जिसके बाद कई संगठनों ने उनका साथ दिया था। करणी सेना और अन्य के द्वारा किए गए प्रदर्शनों से सरकारें बैकफुट पर आ गईं है। वहीं, फिल्म को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।