नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एबीपी-सीएसडीएस ओपिनियन पोल ने कांग्रेस और भाजपा की धड़कनें बढ़ा दी हैं। भाजपा के लिए तो यह और भी चिंता का विषय हो सकती है। पोल के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर है। भाजपा को 95 तो कांग्रेस को 82 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। सरकार बनाने के लिए 92 विधायकों की जरूरत होगी। गुजरात में 182 विधानसभा सीट है।
पोल के अनुसार दोनों ही पार्टियों को 43-43 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। 14 फीसदी वोट अन्य को मिल सकते हैं। 5 सीटें अन्य को मिल सकती हैं। इस पोल के बाद कांग्रेस नेता काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। उनका मानना है कि जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, भाजपा की लोकप्रियता घटती जा रही है। इसके पहले एबीपी ने अपने सर्वे में भाजपा को 113 से 121 सीट मिलने का अनुमान लगाया था। तब कांग्रेस को महज 58-64 सीटें मिलने की बात कही गई थीं।
दरअसल, इसके पीछे जीएसटी को भी एक अहम वजह माना जा रहा है। पोल के मुताबिक 44 प्रतिशत व्यापारी जीएसटी से नाराज हैं। 37 प्रतिशत व्यापारी जीएसटी के समर्थन में आए हैं।
दूसरा फैक्टर पाटीदार है। पोल के अनुसार कांग्रेस को भाजपा से दो प्रतिशत अधिक पाटीदार समर्थन कर सकते हैं। भाजपा के लिए राहत की बात ये हो सकती है कि कोली समाज में अब भी उसकी लोकप्रियता बनी हुई है।
कांग्रेस की तुलना में कोली समाज भाजपा को सपोर्ट कर सकता है। 26 फीसदी अधिक वोट भाजपा को मिलने का अंदाजा है।
सौराष्ट्र में भाजपा को 45 फीसदी वोट मिल सकता है। कांग्रेस को 39 फीसदी वोट मिल सकता है।
उत्तर गुजरात में कांग्रेस को 49 फीसदी और भाजपा को 45 फीसदी वोट मिल सकता है।
दक्षिण गुजरात में भाजपा को 40 फीसदी और कांग्रेस को 42 फीसदी वोट मिल सकता है।
मध्य गुजरात में भाजपा को 41% और कांग्रेस को 40% मिल सकता है।
पोल के मुताबिक हार्दिक पटेल को झटका लग सकता है। आपको बता दें कि हार्दिक पटेल कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर चुके हैं। वे पटेल आरक्षण को लेकर आंदोलन चला रहे हैं। ऐसा माना जा रहा था कि हार्दिक फैक्टर के कारण भाजपा को झटका लग सकता है। लेकिन सीडी प्रकरण के कारण जनता उनसे नाराज है।
पोल के अनुसार कांग्रेस को ग्रामीण क्षेत्रों में इजाफा मिल सकता है। भाजपा को शहरी इलाकों में फायदा है।