उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए चुनौती खड़ी हो गई है। पार्टी के ही सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख लगातार अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। बीजेपी के एक और दलित सांसद ने सरकार पर निशाना साधा है। नगीना से बीजेपी सांसद यशवंत सिंह ने पीएम को चिट्ठी लिख कर नाखुशी जाहिर की है।
यशवंत सिंह ने केंद्र सरकार पर दलितों की अनदेखी का आरोप लगाया है। सिंह ने चिट्ठी में लिखा है कि पिछले चार साल में केंद्र सरकार ने दलितों के लिए कुछ भी नहीं किया है। प्रमोशन में आरक्षण, बैक लॉग पूरा करना और निजी क्षेत्र में आरक्षण पर कुछ नहीं किया है।
बीजेपी के दलित सांसद अपने समाज की रोज-रोज की प्रताड़ना के शिकार हैं और जवाब देना मुश्किल हो रहा है। यशवंत सिंह ने कहा है कि सरकार विशेष भर्ती अभियान के जरिए बैकलॉग पूरा कराए, प्रमोशन में आरक्षण दिलाए और निजी क्षेत्र में आरक्षण हो। पत्र में एससी एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को पैरवी कर पलटवाने की अपील भी की गई है।
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब किसी सांसद ने पीएम को चिट्ठी लिख अपनी नाराजगी जताई हो। इटावा से बीजेपी सांसद अशोक दोहरे ने अपनी ही सरकार से नाराजगी जाहिर की थी। 2 अप्रैल के भारत बंद को लेकर दलितों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाने के मामले में अशोक दोहरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की थी। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रवैये के खिलाफ दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर अपना दर्द बया किया था। खरवार की चिट्ठी में यूपी प्रशासन द्वारा उनके घर पर जबरन कब्जा और उसे जंगल की मान्यता देने की शिकायत की गई थी।