कड़ी सुरक्षा घेरे में पहुंचे किम जोंग-उन, परिंदा भी पर नहीं मार सकता था

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साउथ कोरिया से संबंधों को सुधारने के लिए नॉर्थ कोरिया भले ही कुछ बदला-बदला सा दिख रहा हो पर अपने सर्वोच्च नेता की सुरक्षा में उसने कोई ढील नहीं दी। शुक्रवार को नॉर्थ कोरिया के लीडर किम जोंग-उन जब सीमा रेखा के पास साउथ कोरिया के राष्ट्रपति से ऐतिहासिक मुलाकात के लिए पहुंचे तो सुरक्षा घेरा इस कदर मजबूत था कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। आपको बता दें कि सबसे मजबूत सुरक्षा घेरे में रहनेवाले दुनिया के कुछ बड़े नेताओं में किम को भी शामिल किया जाता है।

उनकी सुरक्षा करनेवाले कमांडो विशेषतौर पर प्रशिक्षित और मार्शल आर्ट में एक्सपर्ट थे। उनका निशाना अचूक था। दोनों देशों को बांटनेवाली सीमा रेखा के पास पहले से ही कड़ा सुरक्षा पहरा था पर जैसे ही किम वहां पहुंचे उनके कमांडोज ने उन्हें घेर लिया। वह जहां भी गए, यह अभेद्य कमांडो दस्ता साये की तरह उनके साथ रहा। गाड़ी के साथ कमांडोज लगातार दौड़ रहे थे।
इस तरह से घेरे में चले किम

दोनों नेताओं ने सीमा रेखा के पास एक पाइन ट्री लगाया। इससे पहले ही किम के कमांडो ने उस जगह का जायजा ले लिया था और पर्याप्त सुरक्षा को लेकर आश्वस्त होने के बाद ही किम वहां ट्री लगाने पहुंचे। यहां एक पत्थर लगाया गया, जिस पर नेताओं के नाम के साथ लिखा था, ‘शांति और खुशहाली का रोपण’।

कोरियाई मीडिया के मुताबिक इन अंगरक्षकों का चयन उनकी फिटनेस, निशानेबाजी, मार्शल आर्ट के कौशल और उनकी वेशभूषा के आधार पर किया गया है। सैन्य सीमा रेखा पर साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन से मुलाकात के समय किम को घेर कर खड़े अंगरक्षकों ने सूट और नीली एवं सफेद लाइनों वाली टाई पहनी हुई थी।
जहां भी गए, कमांडोज साथ थे

किम की सुरक्षा को लेकर नॉर्थ कोरिया के सुरक्षा अधिकारी कितने सतर्क थे, इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पीस हाउस में विजिटर बुक पर हस्ताक्षर करने के लिए जिस सीट पर किम को बैठना था, उनके कमांडोज ने उसके आसपास सैनिटाइजर का छिड़काव किया था, जिससे छोटे कीटों से भी उनकी रक्षा की जा सके।
किम के बैठने से पहले सुरक्षा जांच में जुटे उनके अधिकारी

आपको बता दें कि नॉर्थ कोरिया का दुनिया के ज्यादातर देशों से इस समय तनाव है और ऐसे में किम को हमेशा कम से कम 6 लेयर सिक्यॉरिटी में रखा जाता है। किम की मौजूदगी वाले हर समारोह में जानेवाले विदेशियों को भी कड़ी सुरक्षा प्रक्रिया से गुजरना होता है। उत्तर कोरिया के एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, ‘यह विश्व की सबसे कड़ी सुरक्षाओं में से एक है, यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता।’

किम से मुलाकात करनेवाले के पास से सभी प्रकार के गैजेट्स पहले ही जमा कर लिए जाते हैं। हाल ही में किम ने चीन की यात्रा की थी। सुरक्षा पूरी तरह से पुख्ता हो इसके लिए विशेष ट्रेन से वह पेइचिंग पहुंचे थे। ट्रेन के भीतर से बाहर के नजारे को देखा जा सकता था पर बाहर से ट्रेन के भीतर का कुछ भी दिखाई नहीं देता था।

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