पानी पीना शरीर के लिए काफी अच्छा होता है, ये शरीर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है। लेकिन आपको नहीं मालूम है कि जरुरत से ज्यादा पानी पीने से भी शरीर को घातक परिणामों से होकर गुजरना पड़ता है। पानी बीमारियों से बचने की जगह दिमाग को बीमार कर सकता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में सामने आया है कि ज्यादा पानी से पीने से ऑवरहाइड्रेशन की शिकायत हो सकती है। जिस वजह से शरीर में तरल पदार्थ इक्ट्ठा हो सकता है जिससे खून में खतरनाक रुप से कम सोडियम होना या जानलेवा हाइपोनैरेमिया होने का खतरा बढ़ जाता है जिसके परिणामस्वरूप दिमाग में सूजन आ जाती है।
हाइपोनैरेमिया (Hyponatremia) वैसे तो इन रोगजनक स्थितियों में होता है जैसे मस्तिष्क की चोट, सेप्सिस, कार्डियक विफलता और दवाओं अधिक के उपयोग के कारण होता है। लेकिन ओवरहाइड्रेशन की वजह से भी ये हो सकता है।
रिसर्च में सामने आया है कि मस्तिष्क की ग्लियल कोशिकाएं हैं जो पहले ओवरहाइड्रेशन का पता लगाती हैं और फिर इस जानकारी को हाइड्रेशन सेंसिंग न्यूरॉन्स की गतिविधि को बंद करने के लिए भेजती हैं। शरीर में द्रव संतुलन को बनाए रखने और हाइपोनैरेमिया जैसी स्थितियों को रोकने के लिए अतिरिक्त हाइड्रेशन का पता लगाने के लिए मस्तिष्क की क्षमता आवश्यक है।
वैसे अत्यधिक पानी पीने के दूसरे दुष्परिणाम भी होते है। आइए जानते है कि अत्यधिक पानी पीने से भी क्या दुष्परिणाम सामने आ सकते है।
दिमाग में सूजन
अधिक पानी पानी से धमनियों, नाड़ियों तथा दिल पर दबाव पड़ता है। क्योंकि संचार प्रणाली पानी से भर जाती है तो शरीर में इलैक्ट्रोलाइड्स ( सोडियम, पोटाशियम तथा क्लोराइड) का जमाव कोशिकाओं के मुकाबले रक्त में गिर जाता है। सुंतलन बनाने के प्रयास में पानी आपके खून से कोशिकाओं में घूस जाता है जिससे वे सूज जाती हैं। जब यह सूजन दिमाग में पहुंचती है तो हल्का सा सिरदर्द होने लगता है। इसके साथ सांसे उखड़ने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
सिरदर्द की शिकायत
शरीर में सोडियम की मात्रा कम होती है और इसकी वजह से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही सिर दर्द की शिकायत होने लगती है।
पेट संबंधी रोग
जरूरत से ज्यादा पानी हमारे शरीर की पाचन प्रक्रिया को बिगाड़ सकता है। इससे खाना देरी से पचने लगता है जिस वजह से पेट से संबंधित रोग होने की संभावना रहती है।
पाचन तंत्र बिगड़ता है
खाने के तुरंत बाद और बीच में पानी पीने से नुकसान होता है। आप गर्म और तैलीय खाना खाते हैं ऐसे में अगर तुरंत पानी पी लिया जाए तो खाना जमने लगता है। यही खाना बाद में फैट बन जाता है। साथ ही पाचन तंत्र को कमजोर बनाता है। आप चाहें तो गुनगना पानी पी सकते हैं।
हाइपोनैरेमिया
कभी-कभी, अतिरिक्त पानी पीने से इलेक्ट्रोलाइट्स में असंतुलन होता है। इस असंतुलन से आपके पेट में जलन होती है। यह हाइपोनेट्रेमिया का प्रारंभिक चरण भी है।
दिल के मरीजों को नहीं पीना चाहिए ज्यादा पानी
ज्यादा पानी रक्त के घनत्व को बढ़ा देता है, जिससे दिल को रक्त पंप करने में दबाव पड़ता है। खास कर जिन मरीजों की बाय-पास सर्जरी हुई है, उन्हें कम पानी पीने की सलाह दी जाती है।
बार बार पेशाब की शिकायत
अगर आप ज्यादा पानी पी लेते हैं तो आप सही से सो नहीं सकते क्योंकि ऐसे में आपको बार-बार पेशाब लगती है। इस वजह से किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है।