भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक नेता ने फिल्म ‘केदारनाथ’ में लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. इसके साथ ही उन्होंने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. अब निर्माता फिल्म के बचाव में आ गए हैं. ‘केदारनाथ’ के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर रोनी स्क्रूवाला और निर्देशक अभिषेक कपूर ने फिल्म का बचाव किया. निर्माताओं ने कहा कि फिल्म का मकसद किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं है. फिल्म में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान मुख्य भूमिका में हैं.
स्क्रूवाला ने कहा, “आज तक किसी ने भी ऐसी किसी बात को लेकर हमसे संपर्क नहीं किया, जिसकी हम सफाई दें. हमारा काम फिल्म को फिल्म प्रमाणन की शीर्ष संस्था सीबीएफसी से प्रमाणित कर इसे रिलीज कराना है. हम सब रचनात्मक लोग हैं और सबसे पहले हम भारतीय हैं. मुझे नहीं लगता कि हम किसी की भावनाएं आहत करेंगे. उन्होंने लोगों से कोई राय कायम करने से पहले फिल्म देखने की अपील की.”
वहीं अभिषेक कपूर ने कहा, “हमने पहले टीजर रिलीज किया था, और अब लोगों को ट्रेलर देखकर और पता चलेगा कि फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है.”
बीजेपी के एक नेता ने उत्तराखंड में 2013 में आई विनाशकारी बाढ़ की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘केदारनाथ’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने शनिवार को आरोप लगाया कि यह हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है और लव जिहाद को बढ़ावा देती है.
राज्य में बीजेपी की मीडिया रिलेशंस टीम से जुड़े अजेंद्र अजय ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को लिखा कि सबसे खराब मानवीय आपदाओं में से एक की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म हिंदुओं की भावनाओं का मजाक बनाती है. फिल्म का निर्देशन अभिषेक कपूर ने किया है.
पुरोहित भी कर चुके हैं विरोध
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की फिल्म केदारनाथ का टीजर रिलीज किए जाने के कुछ ही दिनों के भीतर विवाद शुरू हो गया था. टीजर लॉन्च के बाद उत्तराखंड में मौजूद केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि फिल्म हिंदुओं की भावनाओं को आहत करती है. इसलिए इस पर पूरी तरह से बैन लगना चाहिए.