आयुर्वेदिक चाय और कॉफी दिल की बीमारियों, बुखार, ब्लड प्रेशर, ब्लड प्यूरिफिकेशन और किडनी की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इतना ही नहीं आयुर्वेदिक चाय और कॉफी अथरोसक्लेरोसिस और पार्किनसंस डिजीज का खतरा भी घटाती है और दिमाग को अलर्ट रखने में मदद करती है।
हालांकि आयुर्वेदिक चाय और कॉफी से ये सारे फायदे केवल तब ही लिए जा सकते हैं, जब इसे बिना मीठे और दूध के बनाया जाए और पिया जाए।
ये हैं चाय और कॉफी पीने के नुकसान
यह समझना जरूरी है कि चाय और कॉफी दोनों ही हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं। जब हार्ट रेट बढ़ती है तो दिल में खून का फ्लो बढ़ जाता है और दिमाग में खून का फ्लो कम हो जाता है। इसके चलते चाय या कॉफी पीने के कुछ ही देर बाद आपको चक्कर आना, आखों के आगे अंधेरा और थकान महसूस हो सकती है। वहीं कैफीन शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन्स को बढ़ाने का काम करती है। इसके अलावा कैफीन से ब्लड शुगर बढ़ सकता है और ब्लड शुगर में आने वाला यह बदलाव डायबिटीज के मरीज के लिए घातक हो सकता है। कैफीन से शरीर में कैल्शियम की मात्रा भी कम होने लगती है।
आयुर्वेदिक टी और कॉफी है फायदेमंद
आयुर्वेद के अनुसार हर्बल टी और कॉफी में कैफीन नहीं होता और यह दिल, दिमाग और खून से जुड़ी कई बीमारियों में राहत पहुंचाने का काम करती है। आयुर्वेदिक टी और कॉफी से स्किन एलर्जीस और नर्वस वीकनेस को भी ठीक किया जा सकता है। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं आयुर्वेदिक टी और कॉफी की कुछ खास रेसिपीज –
आयुर्वेदिक टी रेसिपी— 1
सामग्री –
कासिया फ्लावर पाउडर – 40 ग्राम
बुटिया मोनोस्पर्मा फ्लावर पाउडर – 40 ग्राम
फ्राइड धनिया पाउडर – 40 ग्राम
सुगंधा जड़ पाउडर – 40 ग्राम
कॉटन सीड पाउडर – 40 ग्राम
इलाइची दाना पाउडर – 30 ग्राम
सूखी गुलाब कली पाउडर – 30 ग्राम
ऐसे बनाएं –
तमाम सामग्री को एक साथ मिला कर एक जार में रख लें। जब भी चाय पीनी हो तो 500 मिली लीटर पानी में 1 चम्मच पाउडर को मिलाएं और इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी सूख कर आधा यानी कि 250 मिली लीटर न रह जाए। अब इसमें मिठास के लिए गुड़ मिलाएं और गर्मा गरम पिएं। यह चाय दिन में दो बार पी जा सकती है। दिनभर कंप्यूटर पर काम करने वालों को यह चाय रिलीफ देने का काम करती है। इससे हार्ट की फंक्शनिंग बेहतर होती है और नींद न आने की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
आयुर्वेदिक चाय रेसिपी
सामग्री –
कृष्णा तुलसी पाउडर – 100 ग्राम (इसके लिए पूरे पौधे का पाउडर या फिर इसके पत्तों का पाउडर बना सकते हैं)
पेंटापटेरा अर्जुन पेड़ की छाल का पाउडर – 100 ग्राम
ऐसे करें तैयार
कृष्णा तुलसी के पौधे को जड़ समेत लें और इसे धो कर धूप में सुखा लें। इसके बाद इसे पीस लें और दोनों पाउडर को मिलाकर एक जार में रख लें।
ऐसे बनाएं चाय
1 चम्मच पाउडर को 500 मिली लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए। मिठास के लिए गुड़ डाल सकते हैं। यह चाय दिन में दो बार पी सकते हैं, इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल किया जा सकता है।
आयुर्वेदिक कॉफी रेसिपी
सामग्री –
गिलाइ पौधे का पाउडर – 50 ग्राम
नीम की छाल का पाउडर – 50 ग्राम
कृष्णा तुलसी पौधे का पाउडर – 50 ग्राम
सूखी काली मिर्च का पाउडर – 25 ग्राम
धनिया पाउडर – 25 ग्राम
अदरक पाउडर – 10 ग्राम
ऐसे करें तैयार
सभी सामग्री को एक साथ मिला कर एक जार में भर लें।
ऐसे बनाएं कॉफी
एक चम्मच पाउडर को 250 मिली लीटर पानी में डाल कर उबालें। इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए। इसमें गुड़ डालकर गर्मा गरम पिएं। यह कॉफी दिन में दो बार पी जा सकती है। यह इम्यूनिटी बढ़ाती है और बुखार, बदहज्मी, एलर्जी आदि से बचाती है। यह कॉफी बारिश और सर्दी के मौसम में ज्यादा गुणकारी होती है।
आयुर्वेदिक कॉफी रेसिपी
कासिया ऑक्सिडेंटलिस या सेन्ना ऑक्सिडेंटलिस बीज
ऐसे करें तैयार
इन बीज को हल्का फ्राई कर पीस लें। इस पाउडर को जार में भर कर रख लें। इस कॉफी पाउडर से वैसे ही कॉफी बनाएं जैसे आम अन्य कॉफी पाउडर से दूध और चीनी डालकर कॉफी बनाते हैं। आप चाहें तो इसकी ब्लैक कॉफी भी बना कर पी सकते हैं। रोजाना सुबह यह कॉफी पीने से यूरीन संबंधी बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।