घर में प्रसाद के तौर पर, कई बार खाने के बाद मिश्री खूब खाई होगी। कई लोग खाने के बाद सौंफ और मिश्री खाना पसंद करता है। मिश्री अपने स्वाद के लिए जितनी जानी जाती है उससे ज्यादा इसके कई सारे फायदे हैं। ये स्वाद में मीठा होने के साथ इसकी तासीर ठंडी होती है। इसलिए ये शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है।
गला खराब होने पर मिश्री को पानी में मिलाकर पीने से ये खराश दूर करने के साथ पाचन तंत्र को भी दुरस्त रखता है। आइए जानते है इससे होने वाले फायदों के बारे में।
छाले करें दूर
मुंह के छाले होने पर मिश्री को इलायची के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को छाले पर लगाएं। झट दूर होंगे छाले।
बेहतर डाइजेशन के लिए
मिश्री का सेवन सौंफ के साथ करने से डाइजेस्टिव सिस्टम बेहतर होता है। इसमें डाइजेस्टिव गुण मौजूद होते हैं, जिससे खाना जल्दी और आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है। इसलिए खाना खाने के बाद मिश्री का सेवन जरूर करें।
नकसीर की समस्या दूर करें
कई लोगों को नाक से खून आने की समस्या होती है। मिश्री से तुंरत ही नाक से खून आना बंद हो जाता है। मिश्री की तासीर ठंडी होती है और नकसीर की समस्या शरीर में अधिक गर्मी होने की वजह से होता है
खांसी-जुकाम में फायदेमंद
सर्दी के मौसम में व्यक्ति को कई बीमारियों का खतरा रहता है, जिसमें खांसी, जुकाम सबसे आम हैं। ठंड में अक्सर लोगों को खांसी- जुकाम की समस्या सताती है। ऐसे में मिश्री के पाउडर में काली मिर्च का पाउडर और घी मिलाकर पेस्ट बना लें और रात के समय इसका सेवन करें। इसके अलावा मिश्री और काली मिर्च के पाउडर का सेवन गुनगुने पानी के साथ करने से भी खांसी में आराम मिलता है।
हीमोग्लोबिन बढ़ाएं
शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने से खून की कमी होती है, बिना कुछ किए थकान महसूस होती है, कमजोरी का एहसास होता है, कई लोगों को चक्कर भी आते हैं, तो वहीं खून की कमी के कारण कुछ लोगों की रंगत पीली पड़ जाती है। लेकिन मिश्री में इन सभी समस्याओं का समाधान छुपा है। नियमित तौर पर मिश्री का सेवन करने से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर तो बढ़ता ही है साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी सही बना रहता है।